मुक्ति (मोक्ष): आत्मा का साक्षात्कार ही मोक्ष का मार्ग है, जो पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति दिलाता है।
अहंकार का विनाश: आत्मा के ज्ञान से ‘मैं’ और ‘मेरा’ का अहंकार नष्ट होता है, जिससे शांति और संतोष प्राप्त होता है।
सर्वत्र एकता का अनुभव: आत्मा का अनुभव करने से व्यक्ति को सभी जीवों में एक ही आत्मा का दर्शन होता है, जिससे प्रेम, करुणा, और समदृष्टि का विकास होता है।
भय और दुखों से मुक्ति: आत्मा के अमर और अजर स्वरूप को जान लेने से मृत्यु का भय और संसार के दुख समाप्त हो जाते हैं।