आध्यात्मिक यात्रा में मुक्ति का उपाय:

गुरु कृपा: केवल गुरु की कृपा से ही माया, भ्रम, अहंकार, और विकारों से मुक्ति संभव है।

नाम-भक्ति: ‘नाम’ का स्मरण करते हुए आत्मा को शुद्ध किया जाता है और परमात्मा से मिलन होता है।

सत्संग और सेवा: गुरु के सत्संग में रहकर सेवा और समर्पण भाव से साधना करना

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