जानता हूं जन्म लिया है तो
म्रत्यु भी निश्चत है और कर्मो
का भुगतान भी निश्चिय है मेरे
धर्म के अनुसार ये तय है कि जन्म लिया है तो जन्म।जन्मो।के कर्म भुगतने होगे ओर तद अनुसार जन्म भी होंगे यदि आप अपने जीवन को।कर्म मुक्त विकार रहित जिते है तो
कस्ट कम।और सुख अधिक होंगे फिर भी इस जन्म के कर्म अगले जन्म के फल में शामिल होंगे इसलिए इस जन्म में आकर जो खोया उसका गम नहीं पर जो नसीब से मिला वो भाग्य से अधिक नही पर जिसे मैं न पा सका उसका इस जीवन मे कोई गम नही पर जो जन्म ले कर माता पिता परिवार पत्नी बच्चे मित्र व अन्य वो मिले वो मेरे नसीब से कम।नही पर जो भी।मिला उस पर नाज है जिंदगी खुशी से गुजर गई इसपे मुझे नाज है