सूफी सालिक़़ ( आध्यात्मिक यात्री ) के लिए बहुत ज़रूरी है कि वह बहुत कम खाना (भोजन) खाये और भूका रहकर नफ़्स (मन) की ख्वाहिशात (इच्छा) का खात्मा करे।
नफ़्स (मन) के लिए भूक एक कहऱ है, इस शैतानी नफ़्स की सबसे बढ़ी कामयाबी उसकी ख्वाहिशात (ईच्छाओं) का पूरा होना है।