समाधि ध्यान की उच्चतम अवस्था है। यह तब संभव है जब मन, इंद्रियाँ, और अहंकार पूरी तरह से शांत हो जाएं।
समाधि के प्रकार (पतंजलि योग सूत्र के अनुसार):
- सविकल्प समाधि:
इसमें साधक को ध्यान के दौरान वस्तु, विचार या ईश्वर का अनुभव होता है।
उदाहरण: ईश्वर की मूर्ति, प्रकाश, या किसी मंत्र पर ध्यान।
- निर्विकल्प समाधि:
इसमें साधक का ध्यान पूरी तरह से विचारों और वस्तुओं से मुक्त हो जाता है।
यह आत्मा और ब्रह्म की पूर्ण एकता की अवस्था है।