सहज ध्यान की विशेषताएँ

  1. सरलता:
    इसे किसी भी समय, किसी भी स्थान पर किया जा सकता है।
  2. कोई प्रयास नहीं:
    इसमें मन को शांत करने के लिए बलपूर्वक प्रयास करने की आवश्यकता नहीं है।
  3. साक्षी भाव:
    विचारों और भावनाओं को देखने और स्वीकार करने की प्रक्रिया।
  4. स्वाभाविकता:
    मन धीरे-धीरे अपनी स्वाभाविक शांति और स्थिरता में लौट आता है।

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