पतंजलि योग में ईश्वर प्राणिधान

पतंजलि के अनुसार, ईश्वर को पाने के लिए “ईश्वर प्राणिधान” का अभ्यास अनिवार्य है।

इसका अर्थ है:

  1. समर्पण: अपने कर्म और फल को ईश्वर को समर्पित करना।
  2. आत्म-निवेदन: अहंकार का त्याग और पूर्ण समर्पण।
  3. भक्ति: अपने सभी कार्यों में ईश्वर की भावना रखना।

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