ध्यान और समाधि योग के गहनतम पहलू हैं, जो व्यक्ति को आत्मा और परमात्मा के साथ एकाकार कर सकते हैं। यह आध्यात्मिक शिखर तक पहुँचने का मार्ग है, जहाँ साधक “कैवल्य” या “मोक्ष” का अनुभव करता है। आइए ध्यान और समाधि में एकाग्र होने के लिए चरणबद्ध तरीके को समझें।
ध्यान में एकाग्रता कैसे प्राप्त करें?
- शारीरिक तैयारी
स्थान का चयन: शांत, स्वच्छ और ध्यान के लिए उपयुक्त स्थान चुनें।
आसन: आरामदायक और स्थिर आसन (जैसे पद्मासन या सुखासन) में बैठें। रीढ़ सीधी और शरीर स्थिर रखें।
श्वास पर ध्यान दें: प्राणायाम करें, जिससे श्वास नियमित और मस्तिष्क शांत हो।
- मन को शांत करना
चित्तवृत्ति का निरोध: मन में उठने वाले विचारों को रोकने का प्रयास करें।
मंत्र का जाप: “ओम” या किसी अन्य मंत्र का जाप करें। यह मन को केंद्रित करने में सहायक होता है।
ध्यान का बिंदु: अपनी ध्यान केंद्रित करने के लिए किसी विशेष बिंदु (जैसे हृदय, भृकुटि, या श्वास) का चयन करें।
- एकाग्रता का अभ्यास (धारणा)
मन को बार-बार चुने हुए बिंदु या मंत्र पर लाएं।
यदि मन भटकता है, तो धैर्यपूर्वक उसे पुनः केंद्रित करें।
- ध्यान की गहराई
ध्यान में गहराई लाने के लिए “साक्षी भाव” अपनाएं। इसका अर्थ है कि विचारों को देखने दें, लेकिन उनसे जुड़ें नहीं।
धीरे-धीरे, विचार स्वतः कम हो जाएंगे, और मन पूरी तरह शांत हो जाएगा।