राधास्वामी मत की आध्यात्मिक शिक्षाएँ निम्नलिखित सिद्धांतों पर आधारित हैं:
- सत्संग और नाम-स्मरण: गुरु के सान्निध्य में सत्संग सुनना और ध्यान में ‘नाम’ का स्मरण करना।
- गुरु की महिमा: गुरु को ईश्वर का साक्षात रूप मानते हैं, जो आत्मा को मार्गदर्शन देकर मुक्ति दिलाते हैं।
- ध्यान और भजन: आत्मा को आंतरिक यात्रा पर ले जाने के लिए ध्यान और भजन (शब्द-सुमिरन) आवश्यक हैं।
- सदाचार और नैतिकता: सत्य, अहिंसा, दया, और संयम का पालन करना।
- माया और भौतिकता से मुक्ति: संसारिक बंधनों, मोह-माया, और भौतिक इच्छाओं से मुक्ति पाना।
- आत्मानुभूति और मोक्ष: आत्मा को शुद्ध कर उसे परमात्मा से मिलाना ही अंतिम उद्देश्य है।
- प्रेम और सेवा: बिना किसी स्वार्थ के प्रेम और सेवा का मार्ग अपनाना।