अहमियत

सियत होती है सबकी अपनी अपनी
कोई बड़ा और कोई छोटा हो सकता है
जैसे सूर्य के आगे दीपक कोई अहमियत नही रखता पर
अंधेरे को अपनी हेसियत याद दिला देता है
मत सोच रखो की कोई छोटा है
वक़्त आने पर उसकी अहमियत का पता चलता है

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