कभी हमने सोचा है के यदि ईश्वर अवतार लेके हमारे सामने आ जाए तो हम क्या करेंगे ?
हम देवी देवताओं की मूर्तियों की खूब पूजा अर्चना करते है यदि उनसे भी ऊपर स्वयं ईश्वर इस धरती पर प्रकट हो जाए तो हम क्या करेंगे ?
हम बशर्ते उनकी सेवा में लीन होंगे जो हमसे हो सकेगा वोह कर देंगे ।
कोई देवी देवता जब भी इस धरती पर अवतार लिए हुए आए तो उन्होंने किसी को नही कहा के वह एक अवतार है यह हमने माना और माना तब जब वह धरती छोड़ चुके यही हमारी सबसे बड़ी कमी है ।
आज हम मानते है के गुरु स्वयं परमात्मा स्वरूप है और हम उनके लिए क्या ही करते है यह एक सोचने वाली बात है खुदमे झांकने वाली बात है । जिस दिन हम उनको एक सामान्य हमारे जैसे दिखने वाले मानव की जगह एक ईश्वर का अवतार मानेंगे तब ही उनमें लीन हो सकेंगे ।
ऐसा हो जाए हम अपनी आंखों नही आत्मा से गुरु को पहचान लें ऐसी ही प्रार्थना करता हूं ।