Written by sohamkendra No Comments जब तक आप कर्म बांधते हैं, तब तक आपके लिए हमेशा पुनर्जन्म है ही। अगर आप को कर्म बंधन होगा तो अगले जन्म में आपको उसके परिणाम भुगतने ही पड़ेगें। जहां ज्ञान भौतिक है, वहां ज्ञान का आधार मन है. जहां यह संपूर्णतः आध्यात्मिक है, वहां उसका आधार आत्मा है Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked *Comment * Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Previous Story तेरे सिवा कोई है ही नही Next Story शिष्य के कर्तव्य