February 24, 2024 उच्च समाधि कब गुरु द्वारा दी गई ऊर्जा से उतपन्न प्रकाश या शब्द का आभाष ही साधक को न रहे यदि साधक ध्यान करते करते ऐसी... Read More
February 19, 2024 ब्रह्मज्ञान हृदय कलम तै जोति बिराजै । अनहदनाद निरंतर बाजै ब्रह्म को अपने घट के भीतर ही जानना, उसका प्रत्यक्ष साक्षात्कार करना- ब्रह्मज्ञान Read More
February 19, 2024 नाद का अर्थ नाद अर्थात ‘नकार’ यानी प्राण (वायु) वाचक तथा ‘दकार’ अग्नि वाचक है , अतः जो वायु और अग्नि के संबंध (योग) से उत्पन्न होता... Read More
February 19, 2024 गुरु वह पुल है… हम जानते है कि आध्यात्मिकताकी शिक्षा में गुरु वह पुल है या सेतु है जो शिष्य को अपने ज्ञान से ईश्वर से जोड़ता है और... Read More
February 19, 2024 गुरु के द्वारा शिष्य बनाने पर…. गुरु के द्वारा शिष्य बनाने पर गुरु अपनी ऊर्जा शक्ति दीक्षा के माध्यम से शिष्य के शरीर मे स्तिथ हृदय पर अपनी नजर या... Read More
February 19, 2024 चरित्र न चरित्रहीनता महत्व उसके जहां में न चरित्र न चरित्रहीनता का कोई महत्व है अगर जन्म लिया है तो नैतिकता के आचरण में जीना होगा वरना ये... Read More