समाधि वास्तव में एक ऐसी अवस्था है जिसे शब्दों में पूरी तरह व्यक्त करना कठिन होता है, क्योंकि यह अनुभव का विषय है। लेकिन...
“अनाहद”, “महा समाधि”, “नाद ब्रह्म”, “मूर्धा नाड़ी” और “कर्म” जैसे शब्द योग, तंत्र और वेदांत के गूढ़ पहलुओं को दर्शाते हैं। आइए इसे सरलता...
What is Real Meditation? Real meditation is not just sitting with closed eyes—it is a journey inward, to silence the mind, dissolve the ego,...
पिताजी साहब का गुरु पद प्राप्त होने के बाद वो अपने शिष्यों को तवज्जुह या दीक्षा क्लब जाकिर यानी हृदय के समीप आत्मा के...
यह सत्य है कि जब कोई व्यक्ति कार्यों में व्यस्त होता है, तो उसका ध्यान पूरी तरह अपने इष्ट या अनाहद नाद पर स्थिर...
यह सत्य है कि जब कोई व्यक्ति कार्यों में व्यस्त होता है, तो उसका ध्यान पूरी तरह अपने इष्ट या अनाहद नाद पर स्थिर...
पिताजी साहब जब गुरु भगवान राधामोहन लाल जी के शिष्य बन उसी दिन उन्होंने अपनी पूर्ण कृपा पिताजी की आत्मा के साथ ले कर...
हमारी आत्मा को सोते-जागते अनाहद (नाद, शुद्ध चेतना, ईश्वर के साथ निरंतर जुड़ाव) पर बनाए रखने के लिए नियमित साधना और जीवनशैली में बदलाव...
आध्यात्मिक जीवन का अर्थ व्यक्ति की आस्था, अनुभव, और चेतना के स्तर पर निर्भर करता है। यह केवल केवल्य (मोक्ष या आत्मबोध) प्राप्त करने...
आत्मा का परमात्मा में विलय (जिसे मोक्ष, कैवल्य, निर्वाण या आत्मसाक्षात्कार भी कहा जाता है) आध्यात्मिकता और भारतीय दर्शन में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है।...