Vaachan

अपने आराध्य को हर वक़्त ध्यान कर मनन करना ही सेवा है इसमें माता पिता और गुरु किसी भी की हम सेवा करते है तो हमारे बुरे कर्म कटते है और अच्छे कर्म पनपते है पूजा ध्यान भक्ति समाधि किसी भी एक को अपना कर हम जीवन सुधार सकते है और गुरु के माध्यम से केवल्य स्तिथि पा सकते है उसके लिए गुरु का पूर्ण होना जरूरी है

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dhyaan

पतंजलि योगसूत्र योग दर्शन का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसे महर्षि पतंजलि ने रचा है। इसमें योग को आत्मज्ञान और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग...

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योगी

योगी बनने के लिए बुद्धि, ज्ञान और मन को शुद्ध करना आवश्यक है। जब हम अहंकार और विकारों को त्याग देते हैं, तब ही...

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मन माया में लिप्त क्यों है?

मन और आत्मा के बीच का अंतर समझना आध्यात्मिक उन्नति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। मन माया में लिप्त होता है, क्योंकि यह संसारिक...

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