Soham Dhyan Kendra एक योग और ध्यान केंद्र है जो लोगों को मानसिक शांति, आत्म-साक्षात्कार और आध्यात्मिक विकास के लिए योग और ध्यान के...
ईश्वर के प्रति प्रेम की भावना तभी विकसित हो सकती है जब इंसान के दिल में करुणा, दया और सहानुभूति हो। यदि कोई व्यक्ति...
जब हर आहट में अनाहद नाद (जिसे ओम का निरंतर उच्चारण भी कहते हैं) सुनाई देने लगे, तो यह गहरी ध्यान अवस्था और आत्मिक...
अध्यात्मिकता में गुरु-शिष्य परंपरा बहुत महत्वपूर्ण आध्यात्मिक बंधन है। गुरु केवल शिष्य को सही ज्ञान व मार्ग दर्शन प्रदान करता है, बल्कि उसे सही...
ऋषियों में पूजा धतं करते सहती कैसे आई जबकि ईश्वर का कोई भौतिक अस्तित्व नही वह शुसमध ऊर्जा रूप में अनाहद है जो धक...
मेरे मन की सोच जब ईश्वर अजन्मा अविनाशी शरीर रहित एक उच्च कोटि का परमतत्व ऊर्जा है और 5 तत्वों से परे है फिर...
वेदों का सारांश वेद सनातन धर्म के सबसे प्राचीन और मूलभूत शास्त्र हैं। इन्हें ईश्वर द्वारा ऋषियों को दिव्य ज्ञान के रूप में प्रदान...
एक आध्यात्मिक शिष्य के लिए अपने गुरु, गुरुपरिवार और स्वयं के परिवार के प्रति कर्तव्य और कर्म अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। ये कर्तव्य न...
जब स्थूल शरीर और आत्मा अलग अलग है फिर भी आत्मा को कष्ट सहने होते है जब तक स्थूल शरीर है आत्मा को ज़ात...
वेदों में ध्यान, समाधि और एकाग्रता का उल्लेख आत्म-साक्षात्कार और मोक्ष की प्राप्ति के साधन के रूप में किया गया है। इनका उद्देश्य मन...