कामिल मुर्शिद (सतगुरु) वोह होता है, जिसके अंदर अल्लाह (परमात्मा) का वजूद होता है। ओर कामिल मुरीद वह होता है जो अपने गुरु के...
आध्यात्मिक दुनिया मे गुरु को वही समझ सकता है जो गुरु के प्रति समर्पित हो और गुरु के कहे अनुसार जीवन यापन करता है...
अगर मेरी लिखी हुई कोई बात शिष्यो के समझ मे नही आती है तो वो मेरे पास आ कर पूछते है जहां तक प्रश्न...
जिन शिष्यो के गुरुके द्वारा शक्तिपात के बाद भी हृदय जाग्रत नही हुआ यानी उनके अंदर शक्ति का अहसास दिल मे नही हुआ और...
चलते फिरते मुर्दा हैं वोह लोग, जिनके दिल (हृदय) ज़ाकिर (जाग्रत) नही हैं। और कब्रों (समाधियों) में ज़िन्दा (जिवित) हैं वोह लोग जिनके दिल...
सदगुरु कहते है के शिष्य को गुरु का ज्ञान प्राप्त करने के लिए कोई हजारों साल तक तप या साधना करने की जरूरत नहीं...
राम सन्देश : मई-जून, 2001. निर्मलता, निवृति एवं ज्ञान प्राप्ति – अपनी दिनचर्या को ही साधना का रूप बनाएँ (ब्रह्मलीन परमसन्त डॉ. करतारसिंह जी...
अध्यात्म में सद्गुरु की मेहर से जब आत्मा जाग्रत हो जाती है और एक मुकाम पर ऐसा लगता कि ये जग मिथ्या है और...
एक साधक को गुरु के वताये समय के अनुसार अवश्य ही ध्यान में बैठना चाहिए क्योंकि गुरु के द्वारा बताये समय पर गुरु शिष्य...
गुरुदेव कहते है के शिष्य गलती करता है के वह जैसा गुरु को करते देखता है वैसा करने लग जाता है । शिष्य के...