सख्य: ईश्वर को ही अपना परम मित्र समझकर अपना सर्वस्व उसे समर्पण कर देना तथा सच्चे भाव से अपने पाप पुण्य का निवेदन करना।...
परा –वाणी लेखक समर्थ सदगुरू महात्मा श्री रामचन्द्र जी महाराज ( श्री लालाजी महाराज ) (समर्थ सद्गुरु महात्मा श्री रामचंद्र जी महाराज द्वारा उर्दु ...
राम सन्देश – फरवरी, 1973. जिज्ञासा एक प्रेमी भाई के ह्रदय में यह बात घिर आई है कि अब तो श्री गुरुदेव परमसन्त...
इंसानी क़ल्ब (हृदय) की मिसाल एक किले जैसी है और शैतान एक ऐसा दुश्मन है जो हर वक्त उस किले पर हमला करके कब्जा...
आध्यात्मिक साधना के दौरान गुरु देव के शक्तिपात से शिष्य के हृदय क्षेत्र जाग्रत हो जाता है और एक धक धक की गूंज हृदय...
सदगुरु कहते है के यह एक बहुत बड़ा दुर्भाग्य है के शिष्य गुरु के असली रूप को नही पहचान पाते । मनुष्य आज के...
सूफी सालिक़़ ( आध्यात्मिक यात्री ) के लिए बहुत ज़रूरी है कि वह बहुत कम खाना (भोजन) खाये और भूका रहकर नफ़्स (मन) की...
मिटा के अपनी हस्ती को रेत में बदल दे फिर देख चरण धूल को सद्गुरु तुझे कैसे अपनाते है
अगर दिल से चाहत है मुझे पाने की तो गुरु के माध्यम से मेरी रचित आध्यात्मिक राह पर तुम्हे चलना होगा दूर कर अपने...