जब आईने को साफ कर पौछा तो मैं नजर उसमे आया पर घबराया नही फिर अंदर के मन से मैं को साफ किया तो...
आ’शिक़-ए-यारम मरा बा-कुफ़्र-ओ-बा-ईमाँ चे कार…….तिश्न-ए-दर्दम मरा बा-वस्ल-ओ-बा-हिज्राँ चे कार। ( मैं तो यार का आ’शिक़ हूँ मुझे कुफ़्र और ईमान से क्या काम, मैं...
असली लाईफ पार्टनर तो नफ़्स (मन) है, बीबी तो बेचारी बस बदनाम है…….. इतनी बातें उसकी थोड़ी मानता है इंसान जितनी अपने नफ़्स (मन)...
अकाट्य सच लिखा है पहले के समय मे खानपान में शुद्धता मिलती थी शहर व गांव प्रदूषण रहित ओर सब वस्तु शुद्ध मिलती थी...
मैं चिंतन कर रहा था कि प्राचीन ऋषि मुनियों की दीर्घ व स्वस्थ आयु का रहस्य क्या था। मेरी नजर में मुख्यत: 3 बड़े...
जाग्रत हृदय की पहचान ऐसे समझ सकतें है कि जैसे आसमान में चमकते हुए तारे, ऐसे ही ज़मीन पर जाग्रत हृदय तारों की मानिंद...
जिंदगी मिली है तो हस हस के जीना है जानता हूं कि एक दिन मौत से गले मिलना है ये सोच के चिंतित नहीं...
मेरी सोच के अनुसार ये स्तिथि तभी संभव हो सकती। जब हम कीसी बात के बारे में ज्ञान न हो चुकी ईश्वर को हम...
धर्म-धार्मिक-जीवन धर्म से जुड़ने पर ही व्यक्ति धार्मिक बनता है। धार्मिक बनना ही बड़ी बात नहीं इंसान बनना बड़ी बात है। धर्म ही मानव...