।शिष्य कब गुरु बनने की काबिलियत रखता है पिताजी खये थे कि शिष्य को शुरू शुरू में ध्यान की प्रक्रिया सिखाई जाती है और...
जब दो आत्माएँ इस जन्म में मिलती हैं, तो वह केवल एक संयोग नहीं होता। यह मिलन तभी संभव होता है जब उनकी रूहों...
घट रामायण संत तुलसीदास द्वारा रचित एक रहस्यमयी और गूढ़ आध्यात्मिक ग्रंथ है, जिसमें आत्मा और परमात्मा के मिलन की प्रक्रिया का वर्णन रूपक...
आध्यात्मिकता में ऐसा समय वास्तव में गहन और परिवर्तनकारी हो सकता है। जब व्यक्ति को स्वयं से वैराग्य होता है, तो यह एक प्रकार...
।आज फिर न जाने क्यों मन मेआया की आईने से कुछ पुछु क्योकि आईना कभी झूठ नही बोलता ओर सत्संग में चलने वालों का...
मैंने बहुत से संत वैराग्य लिए आध्यात्मिक जीवन जीते देखा है और बहुत से नेक ओर उच्च कोटि के संतों से मुलाकात भी हुई...
आध्यात्मिक जीवन जीने के तरीके:. ध्यान और साधना (Meditation and Practice):नियमित ध्यान से मन की चंचलता शांत होती है और व्यक्ति आत्मा से जुड़ता...
आत्मा और भौतिक शरीर का संबंध भारतीय दर्शन, विशेषकर वेदांत, सांख्य और भगवद गीता जैसे ग्रंथों में विस्तार से समझाया गया है। इस संबंध...
हनुमान जी द्वारा अपनी पूंछ से लंका जलाने की घटना रामायण में एक महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक प्रसंग है, जिसका आध्यात्मिक रहस्य गहरा है। इसे...
जब शरीर में कोई चक्र नहीं, तो 7 चक्रों का विवरण क्यों?सात चक्र (मूलाधार, स्वाधिष्ठान, मणिपुर, अनाहत, विशुद्ध, आज्ञा, सहस्रार) भौतिक शरीर में कोई...