तीन भुवन (3 Bhavan / Trilok): इसमें उच्च लोक (उपरी 7 लोक) आते हैं जैसे: सत्यलोक, तपलोक, जनलोक, महरलोक, स्वर्लोक, भुवर्लोक, भूर्लोक मुख्यतः भूर्लोक...
जब शिष्य की गुरु के प्रति दीवानगी इतनी प्रबल होती है कि गुरु भी उस पर मोहित हो जाता है, तो फिर शिष्य कैसे...
राधा और कृष्ण का आध्यात्मिक रिश्ता, जो रुक्मिणी को पसंद नहीं था — इस पर दृष्टि डालने के लिए हमें प्रेम, भक्ति, और ईश्वर...
“अर्जुन कृष्ण को क्यों प्रिय था, और कृष्ण अर्जुन पर क्यों फिदा थे?”इसका उत्तर केवल युद्ध या रिश्ते की सतह तक सीमित नहीं, बल्कि...
आज जब उठा और मुह को धोने के लिए जैसे ही वाशवेसन के पास गया और मुह को धोने लगा ओर आईने की।ओर पलक...
एक रोज जब गुरु देव के चरणोंमैं बैठ कर भक्ति कर दिखावा कररहा था तभी गुरु देव ने मुझेघूर कर देखाओर बोले ले ये...
गंगा किनारे एक तपस्वी गुरु अपने शिष्य के साथ बैठे थे। शिष्य वर्षों से साधना कर रहा था, पर भीतर संतोष नहीं था। शिष्य:...
सच्चा शिष्य और आध्यात्मिकता का शिखर आध्यात्मिकता कोई वस्तु नहीं जिसे बाहरी पूजा-पाठ या दिखावे से पाया जा सके। यह तो एक भीतरी यात्रा...
पिताजी साहब यू तो बहुत कम।लोगो को दिक्सित कर अपनी शरण मे लेते थे उ का कहना था कि पहले कुछ नेक संस्कार शिष्य...
किसी भी इंसान की जब म्रत्यु होती है तो उसकी आत्मा की दो तरह की स्तिथि हो सकती है एक तो स्वम् से संतुष्ट...