मानव शरीर की भौतिक संरचना को हम चाहे आज के चिकित्सा विज्ञान के माध्यम से समझ सकते है लेकिन उसकी ऊर्जा को सिर्फ और सिर्फ अध्यात्म में चलने वाले ज्ञानी ही समझा सकते है ।
चिकित्सा विज्ञान कभी नही समझ सकेगा के मन कहां है उसे तो सिर्फ दिमाग और धड़कता हुआ दिल ही पता है ।