शक्ति का प्रयोग मैं सत मासा पैदा हुआ हूं व भी जुड़वा इसलिए शरीर उतना बलवान नही हो पाया जो एक स्वस्थ इंसान का होता है शरीर कमजोर और उसके साथ पाँव की पिंडलियां भी कमजोर होने के कारण चढ़ाई पर साइकिल से नही चल सकता था चुकी मैं 1973 में सेठी कॉलोनी में रहने लगा था तो ऑफिस घाट गेट हो कर जाता था ये घटना मार्च 84 की है मैं सांगानेरी गेट से साय को आ रहा था जो कि मेरा डेली रूटीन था मुझे मालूम नही था कि मेरे पीछे मेरे पिताजी भी आ रहे है मैं घाट गेट से कुछ आगे ट्रांसपोर्ट नगर से पहले चढ़ान पर पहुच कर रोज के अनुसार कहने लगा कि यहां उपस्तिथ सभी शक्तियों को आदेश देता हूं कि मुझे पाबा झोला कर ऊपर ट्रांसपोर्ट चौराहे पर पहुचा दिया जाए और साइकिल।पर वैठ के चलना शुरू कर देता था और साइकिल बिना किसी दवाब के पैडल से ऊपर तक चौराहे पर पहुच जाती और मैं उन शक्तिओ को धन्यवाद दे अपने घर पहुच जाता था मेरे पिता जो कि मेरे पीछे आ रहे थे उन्होंने मुझे देख लिया और घर पहुच कर मुझे बहुत डाटा ओर बोले तुम्हे मालूम है कि जहाँ से तुमने ये किया वहाँ पर उच्च कोटि के संतो की मजार है और तुम उनको ये कहते हो ये तो अच्छा है कि उन्होंने तुम्हे कोई सजा न दी वरना कुछ भी हो सकता था और मुझे अगले ही दिन लूना दिलवा दी और हिदायत दी कि भविष्य में ऐसा नही करोगे मुझे ये घटना गुजर जाने के बाद अब मालूम हुआ कि उस क्षेत्र में मेरे गुरु महाराज जिन्होंने मुझे बैत कर शक्तियां दी उनके गुरु की मजार भी वही है इसलिए मुझे वहां कीआत्माये बिना सजा के मेरी सहायता कर देती थी