कामिल मुर्शिद के प्रमुख गुण और लक्षण इस प्रकार हैं:मुर्शिद की नज़र हमेशा अपने मुरीद पर बनी रहती है, और उसकी दृष्टि से मुरीद का कल्ब यानी हृदय जीवंत हो जाता है। मुर्शिद की आम लगने वाली बात भी मुरीद के भाग्य को बदल सकती है।कामिल मुर्शिद अपने मुरीद को बाहरी रूप से शारीरिक रस्मों में फंसे बिना, सीधे अल्लाह की ओर ले जाता है। वह मुरीद को इस्म-ए-अल्लाह का ज़िक्र और उसकी तसव्वुर दोनों से नवाज़ता है।वह पूरी तरह ईश्वर के प्रेम में डूबा होता है और अपने मुरीद को भी उसी प्रेम का अनुभव कराता है, जिससे मुरीद में अल्लाह का साक्षात्कार संभव होता है।कामिल मुर्शिद की संगति में मुरीद के अंदर आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रकाश उत्पन्न होता है, जो उसे बाहरी भक्ति से हटाकर अंतर्मुखी और उच्चतर आध्यात्मिक अवस्था की ओर ले जाती है।वह उच्च नैतिक आचरण का पालन करता है (तरीक़त) और अपने वाक्य और कर्म से मुरीद के जीवन में परिवर्तन लाता है।कामिल मुर्शिद की पहचान में यह भी शामिल है कि उसके शब्द और कार्य में गुप्त शक्ति होती है, जो मुरीद को शुद्धि, ज्ञान, प्रेम और आनंद की ओर ले जाती है।संक्षेप में कामिल मुर्शिद वह पूर्ण गुरु है जो अपने मुरीद को केवल बाहरी आध्यात्मिक ज्ञान नहीं देता, बल्कि उसकी आत्मा में ईश्वर के प्रेम और प्रकाश का संचार कराता है, जिससे मुरिद का आध्यात्मिक उत्कर्ष होता है और वह वास्तविक मोक्ष के मार्ग पर चल पड़ता है। यह गुरु बुद्धिमान, दयालु, प्रभास्वर और आंतरिक दृष्टि से परिपूर्ण होता है, जिसका प्रभाव अपने मुरीद पर गहरा और स्थायी होता है
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