पिताजी के द्वारा दिलवाई गई अनाहद व पिताजी की आध्यत्मिक कृपा से कब भी उच्च कोटि का ध्यान लगा और शुण्य में पहुव्ह कर अपने अस्तियव को भूल।कर जब समाधि की अवस्था में जीवित रहते हुए अनाहद ध्वनि (अनाहद नाद) के माध्यम से परलोक की यात्रा उन।होने अपनी दिव्य ऊर्जा से मुझे दिखाया तो मैं ध्यान अवस्था मे अपने को भूल सिर्फ पारदर्शी शरीर को अनुभव कर रहा था कि कोई पारदर्शी शरीर है जो आकाश में गति कर रहा है। मुझे मालूम है की जब गुरु की पूर्ण कृपा शिष्य पर होती है तो गुरु अपनी मेहेर से जीवित अवस्था मे अहँसास करवा देता है कि मैं को हु कहा से आया और मुझे कहा जाना है जानता हूं कि समाधि या ध्यान की उच्चतम अवस्था होती है जो गुरु के द्वारा की गई शक्तिपात ऊर्जा जब शिष्य के रोम रोम में उतपन्न हो जाती है तब गुरु शिष्य को ध्यान की पूर्ण, निर्विकल्प और चैतन्य स्थिति कर देता है ऐसी अवस्था में साधक अपने शरीर से अलग होकर परलौकिक अनुभव प्राप्त कर सकता है, जहां चेतना जागृत रहती है और वह अपने शरीर को अलग देखकर भी अनुभव करता है कि उसका अस्तित्व शरीर से स्वतंत्र है। समाधि मृत्यु का साक्षात्कार भी होती है, लेकिन इसमें साधक जीवन में रहते हुए भी मृत्यु के बाद की सीमा रेखा पार कर परलोक की या ब्रह्मांड की सूक्ष्म शरीर से जीवित रहते उन लोको की यात्रा करता है जो।कल्पना से बाहर है।यह स्थिति दो प्रकार की होती है। एक में साधक निर्विकल्प समाधि में ऐसा विलीन हो जाता है कि वह चेतन रहकर सीमा पार करता है, जबकि दूसरे प्रकार में वह संपूर्ण जागरूक होकर अपनी चेतना के साथ ब्रह्मण्ड में स्थित परलोक यानी मृत्युपरांत जीवन के क्षेत्रों में भ्रमण करता है। इस प्रकार समाधि की अवस्था में परलोक की यात्रा एक सूक्ष्म योगिक अनुभूति होती है, जिसमें मृत्युपरांत क्या होगा और गति कैसी होगी की सीमाओं को समझा और देखा जा सकता है, पर साथ ही यह जीवित चेतना की स्थिति में परम आध्यात्मिक अनुभव भी है।इस यात्रा के दौरान साधक अपने कर्मों, लोकों, और आत्मा की अवस्थाओं का अवलोकन करता है, जैसे कि यमलोक, देवलोक, पितृलोक आदि। समाधि की इस अवस्था में कर्मों का फल भी देखने और समझने की क्षमता होती है, जो साधक को मोक्ष के मार्ग की ओर अग्रसर करती है। कई योग और धर्म ग्रंथों में समाधि की इस दिव्य यात्रा को आत्मा के जीवन के अगले चरण की अनुभूति के रूप में बताया गया है, जिसे ‘समाधि द्वारा परलोक की यात्रा’ कहा जा सकता है