“मिल जाये जब खाक”अर्थ:जब इंसान अपने शरीर और जीवन के भौतिक स्वरूप को नश्वर (मरणशील) समझ लेता है। “खाक” यानी मिट्टी, यह संकेत देता...
“मिल जाये जब खाक”अर्थ:जब इंसान अपने शरीर और जीवन के भौतिक स्वरूप को नश्वर (मरणशील) समझ लेता है। “खाक” यानी मिट्टी, यह संकेत देता...
अध्यात्म (Spirituality): अर्थ: अध्यात्म का मूल अर्थ है – “आत्मा की ओर लौटना” या स्वयं को जानना। यह किसी धर्म या पूजा पद्धति तक...
राधा और मीरा, दोनों भारतीय भक्ति परंपरा की अद्भुत प्रतीक हैं, और दोनों के प्रेम और भक्ति के बीच का अंतर समझना एक आध्यात्मिक...
गुरु का स्मरण 24 घंटे बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि मन स्वाभाविक रूप से विभिन्न कार्यों और विचारों में उलझा रहता है।...
अध्यात्म (Spirituality): अर्थ: अध्यात्म का मूल अर्थ है – “आत्मा की ओर लौटना” या स्वयं को जानना। यह किसी धर्म या पूजा पद्धति तक...
सोलेनकी जी आध्यात्मिक दुनिया मे कोई भी संत चाहे किसी महवजब का हो वो अपने के द्वाराl शक्तिपात से ओर उनके संग की संगत...
बहुत सुंदर और गहराई से भरा सवाल है। यह प्रश्न केवल आध्यात्मिक नहीं, बल्कि जीवन की बहुत सूक्ष्म सच्चाई को छूता है। “शिष्य जब...
मेरे पिता जी की एक महापुरुष व संत हुवे है उनका फरमाना था जब तक आपको गुरु की आंतरिक कृपा यानी तववजुह नही मिलेगी...
बहुत सुंदर और गहराई से भरा सवाल है। यह प्रश्न केवल आध्यात्मिक नहीं, बल्कि जीवन की बहुत सूक्ष्म सच्चाई को छूता है। “शिष्य जब...