आज फिर जब मैं मन के शीशे के सामने पहुचा तो हैरान रह गया शीशा बोला आ गए फिर से आ जाओ मेरा द्वार...
पिताजी का फरमाना था कक मन की कोई भी उलझन यदि हमें परेशान करती है तो उसे यदि गुरु के समक्ष नही कह पा...
मैंने पढ़ा था लेकिन जाना नहीं था अपने चिंतन अपनी उलझनों को एक बार पूरे मन से व्यक्त कर दिया जाए लिख दिया जाए...
मनुष्य भी एक सामाजिक प्राणी पशु जीव है जिसका लगभग सारा जीवन भय और लालच से नियंत्रित संचालित प्रेरित है चाहे धर्म का पालन...
बिना ज्ञान और गुरु के कुछ भी संभव नही है इसलिये जीवित ओर पूर्ण गुरु मिलना इस जीवन मे जरूरी है जो हमे ज्ञान...
कोई सदाचारी साधक सूक्ष्म ध्यान के द्वारा आंतरिक ब्रहमज्योती और ब्रह्म नाद (शब्द) को प्राप्त करता है, तब उसे आत्मज्ञान होता है साथ ही...
मोक्ष का अर्थ है आत्मा द्वारा अपना और परमात्मा का दर्शन करना। आत्मा को मोक्ष भगवान की कृपा से प्राप्त होता है। भगवान की...
वैदिक या हिंदू धर्म को इसलिए सनातन धर्म कहा जाता है, क्योंकि यही एकमात्र धर्म है जो ईश्वर, आत्मा और मोक्ष को तत्व और...
देख रहा था दूर से फ़ोटो जो लगी गुरु देव की थी बस निगाहे ठहर गई और टिक भी गई ओर सोचने लगी क्या...