धर्म-धार्मिक-जीवन धर्म से जुड़ने पर ही व्यक्ति धार्मिक बनता है। धार्मिक बनना ही बड़ी बात नहीं इंसान बनना बड़ी बात है। धर्म ही मानव...
मिटा दिए जाएंगे एक दिन इस जमी से नामो निशान फिर किस के लिए जी रहे हम ऐ मुसाफिर सोच ये तो।मुसाफिर खाना है...
आपका धार्मिक होना कोई बढी बात नहीं है, बढी बात तो इंसान होना है। आप किसी भी धर्म से ताल्लुक रखते हो और कितने...
अपनी ओर निहार लो, औरों से क्या काम (ब्रह्मलीन परमसन्त डॉ. करतारसिंह जी महाराज ) आसमान में हर तरह की आवाज़ें – सूक्ष्म और...
अध्यात्म मे गुरु को खुश रखना आवश्यक इसके लिए शिष्य में प्रेम ज्ञान और समर्पन शरणागति ओर गुरु की नजरों में श्रेष्ठ होना जरूरी...
नाद सुनने की प्रेक्टिस करने पर मन थकता नहीं है तथा आनन्द आता है। पंच तत्वो का अभ्यास व इन पर नियंत्रण से ही...
गुरु देव की छत्र छाया में रहकर भी जीव अधूरा हो नही सकता इसलिए जनाजा जब उठेगा तो उसके चेहरे वे वो मुस्कान होगी...
लगता है नूर कुछ ऐसा तेरे चेहरे से जब भी देखता हूं तो देखता ही रहता हूं ओर तू कहता है कि कोई नूर...
जिसका निगाह बान गुरु हो उसे परेशानिया छू नही सकती अगर आ भी जाये दर पे तो खाली हाथ लिए लौट जाती है
बरसात की पहली फुवार कुछ इस तरह से तन को भिगो के शीतल कर जाती है जैसे खेत में मुरझाई फसल फिर हरी हो...