Blogs

हो अगर मुझे पाने

हो अगर मुझे पाने और मुझमे लय हो मिलने की तमन्ना तो बस एक काम करना होगा बसा कर मुझे दिल मे सिर्फ मेरा...

Read More

गुरु एक जागृत ईश्वर है

 गुरु एक जागृत ईश्वर है, जो शिष्य के भीतर सुप्त ईश्वर को जगा रहा है।” कितना सुंदर है न यह? “दया तथा गहन अंतर्दृष्टि...

Read More

गुरु और शिष्य के बीच

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वर: । गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः” प्राचीन काल में गुरु और शिष्य के संबंधों का आधार था...

Read More

चेतना और साधना

चेतना और साधना हम जिस प्रकार सोच और महसूस कर रहे हैं उससे केवल निरन्तर बंधन का जाल निर्मित किए जा रहे हैं। वे...

Read More

योग्य गुरु

किसी भी योग्य गुरु जो आपकी राय में गुरु कहलाने लायक ओर गुरु बनने के गुण या योग्यता रखता है निष्काम निर्पेक्ष स्वार्थ रहित...

Read More