Blogs

ईश्वर

आध्यात्मिक भाषा में, काम के लिए काम करने की प्रतिबद्धता, अर्थात्, सभी के ऊपर अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देना निष्काम कर्म के रूप में...

Read More

गुरु और शिष्य

गुरु की नजर में शिष्य योग्य है तो उसके लिए गुरु का दर्जा ईश्वर तुल्य है और गुरु की मेहर से वो तप कर...

Read More

गुरु के शिष्य

गुरु के पास  बहुत कम शिष्य ऐसे आते है जिनमे गुरु के प्रति निष्ठा समर्पण ओर समर्पित ओर स्वम् के मोक्ष पाने की कामना ...

Read More

गुरु का मूल लक्ष्य

 सदगुरुदेव कहते है के ज्यादा तर लोग गुरु से जुड़ते है और अपने जीवन की परेशानियों का समाधान होने के बाद उन्हे भूल जाते...

Read More

दूसरा जन्म

दूसरे साधकोंमें तो कमी भी रह सकती है और अन्तसमयमें अन्यचिन्तन, मूर्च्छा आदि किसी कारणसे साधनसे विचलित होकर वे योगभ्रष्ट भी हो सकते हैं,...

Read More