January 25, 2025 “अहं ब्रह्मास्मि” का अर्थ अद्वैत वेदांत के अनुसार, “अहं ब्रह्मास्मि” का अर्थ है कि प्रत्येक व्यक्ति के भीतर वही परम सत्ता या ब्रह्म निवास करती है, जो इस... Read More
January 25, 2025 अहम ब्राहष्मी बात अद्वैत और अध्यात्म के गहरे सिद्धांतों को छूती है.. अहम ब्राहष्मी बात अद्वैत और अध्यात्म के गहरे सिद्धांतों को छूती है। “मानव चोला” का अर्थ मानव शरीर या जीवन से है, और यह... Read More
January 25, 2025 अध्यात्म में गुरु शिष्य के रिश्ते को जाहिर करता है… आपका कथन अतुलनीय है और अध्यात्म में गुरु शिष्य के रिश्ते को जाहिर करता है गुरु अगर पारस हैतो शिष्य लोहा ओर गुरु के... Read More
January 25, 2025 जन्म लेने के बाद मेरे इस अद्यतमिक घर जहा जन्म लिया… मैं जानता ओर मानता हूं कि जन्म लेने के बाद मेरे इस अद्यतमिक घर जहा जन्म लिया और अद्ययातमिक संस्कारो में पला जहा माता... Read More
January 25, 2025 मनुष्य के अंदर मलिनता और विकार खत्म करने के लिए मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तर पर कार्य करना आवश्यक है। यहाँ कुछ उपाय दिए गए हैं: प्रतिदिन कुछ समय अपने भीतर झाँकने और अपने विचारों को समझने में बिताएं। अपनी कमजोरियों और गलतियों को पहचानें और उन्हें सुधारने का प्रयास... Read More
January 22, 2025 अंधकार और प्रकाश: जीवन का संतुलित संदेश अंधेरा भी प्रकाश का एक प्रति रूप है।” यह अवधारणा कई दार्शनिक और आध्यात्मिक शिक्षाओं में पाई जाती है। इसका मतलब यह है कि... Read More