February 17, 2024 खेचरी मुद्रा खेचरी मुद्रा इस मुद्रा की साधना के लिए पद्मासन में बैठकर दृष्टि को दोनों भौहों के बीच स्थिर करके फिर जिह्वा को उलटकर तालु... Read More
February 17, 2024 हृदय में ईश्वर जिन्होंने अपने आंतरिक अस्तित्व पर परिश्रम किया, अपनी आंतरिक व्ययवस्था को पवित्र किया, आत्मा को जाग्रत किया और आध्यात्मिकता की सहायता से ईश्वर को... Read More
February 17, 2024 याद जब भी उसको याद करता हु तो यही चाहत होती है तेरी नजर मुझ पर बनी रहे और तेरी नजरे इनायत यू ही प्रेम... Read More
February 17, 2024 प्रेमा भक्ति’ किसे कहा जाता है? प्रेमा भक्ति’ किसे कहा जाता है? पूर्वानुराग , आदर ,श्रद्धा और भक्ति के बाद अनन्य प्रेम की अवस्था हीं प्रेम भक्ति कहलाती है ।... Read More
February 17, 2024 भक्ति की सबसे उत्तम अवस्था सख्य: ईश्वर को ही अपना परम मित्र समझकर अपना सर्वस्व उसे समर्पण कर देना तथा सच्चे भाव से अपने पाप पुण्य का निवेदन करना।... Read More
February 17, 2024 समर्थ सदगुरू महात्मा श्री रामचन्द्र जी महाराज परा –वाणी लेखक समर्थ सदगुरू महात्मा श्री रामचन्द्र जी महाराज ( श्री लालाजी महाराज ) (समर्थ सद्गुरु महात्मा श्री रामचंद्र जी महाराज द्वारा उर्दु ... Read More