समाधि में ध्यान की अवस्था में विचार शून्य हो जाते हैं, क्योंकि मन पूर्णतः एकाग्र और शांत हो जाता है। इस अवस्था में चेतना...
अद्यतमिक दुनिया मे गुरु और शिष्य का साथ जन्म।जन्मों से चला आ रहा है और जब जन शिष्य जन्म लेता है तो गुरु देव...
संत जैसे गुणों को पाने और संत बनने तक का सफर बहुत लंबा है जरूर नजी की आप इसी नीवं में उस स्तर तक...
गुरु द्वारा शिष्य को ध्यान करवाने और शिष्य बनाने की आध्यात्मिक अनुमति देना एक गहन और पवित्र प्रक्रिया है, जो भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं में...
अजपा जाप एक आध्यात्मिक साधना है जिसमें मंत्र का जाप बिना सचेत प्रयास के, स्वाभाविक रूप से होता है। “जप” का अर्थ है मंत्र...
जब किसी शिष्य को गुरु शरण मे जाकर उनके शक्तिपात से वह ऊर्जा उसको।मिल जाती है और अनाहद जाग्रत हो उसकी आत्मा उर्जामय हो...
शरीर, मन और आत्मा पर नियंत्रण की साधनामनुष्य की आत्मिक यात्रा तीन प्रमुख चरणों से होकर गुजरती है —शरीर का संयम, मन की स्थिरता,...
अध्यात्मिक जाप और अनाहद जाप के बीच का अंतर सूक्ष्म पर गहरा है। अध्ययमिक जाप (या सामान्य जाप) मन और हृदय से किया जाता...
अध्यात्मिक जाप और अनाहद जाप के बीच का अंतर सूक्ष्म पर गहरा है। अध्ययमिक जाप (या सामान्य जाप) मन और हृदय से किया जाता...