सेवा का अर्थ केवल बाहरी कर्तव्यों को निभाना नहीं है, बल्कि यह आत्मसमर्पण, निष्ठा, और समर्पण का प्रतीक है। जब शिष्य खुद को गुरु...
भक्ति और प्रेम का मार्ग भारतीय परंपरा में बहुत प्राचीन है और इसका आधार आत्मा और परमात्मा के मिलन की अभिलाषा है। मीरा और...
आपने गुरु द्वारा दी गई दीक्षा और गुरु मंत्र के प्रभाव का जो वर्णन किया है, वह आध्यात्मिक परंपराओं में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता...
गुरु के द्वारा दिक्सित कर गुरु मंत्र या नाम देने और जपने से शरीर मे वो शक्ति जागृत हो जाती है और वह शिष्य...
सात्विक प्रकृति और तामसिक प्रवृत्ति में अंतर सात्विक और तामसिक प्रवृत्तियाँ व्यक्ति के मनोवृत्तियों और आचरण से जुड़ी होती हैं। यह गीता, उपनिषद और...
अनाहद का अर्थ है “अनहद नाद” या “शाश्वत ध्वनि,” जो योग और आध्यात्मिकता में आत्मा के गहन अनुभव से जुड़ा होता है। इसे सुनने...
आत्मा के संदर्भ में, विभिन्न दार्शनिक और धार्मिक दृष्टिकोण मौजूद हैं। आत्मा को सामान्यतः भौतिक शरीर से अलग और शाश्वत माना जाता है। इसके...
गुरु का कार्य शिष्य को आध्यात्मिक मार्ग पर ले जाना और उसे आत्मा के उच्चतम सत्य से परिचित कराना है। रूहानियत का राज और...
मेरे विचार के अनुसार परमात्मा एक है वह अद्वैत वेदांत के सिद्धांतों से जुड़े हैं, जिसमें “एक ब्रह्म” की अवधारणा को प्रमुखता दी गई...
मैं ओर तू की तलाश आध्यात्मिक चिंतन की ओर संकेत करते हैं। जीवन में अध्यात्म तब आता है जब हम स्वयं को भीतर से...