अध्यात्म में अनाहद नाद और अजपा जाप साधना के उन्नत चरण हैं। जब साधक इन अवस्थाओं का अनुभव करता है, तो उसे शून्यता का...
जब कभी भी मुझे मौका मिलता है तो अपने मन मे झाक लेता हूं जो दिया है गुरु ने उस उनके दिए वचन के...
किसी भी सम्प्रदाय के कोई भी उच्च कोटि के संत की पुण्य तिथि या जनम तिथि पर होने वाले कार्यक्रम पर एक विशेष तरह...
पिताजी का जन्म 12 फरवरी 1916 में रोहतक में हुआ उच्च कुल के होने के कारण परवरिश भी उच्च घराने के माहौल में हुई...
ज्योतिष और हस्तरेखा में संत, योगी, और महात्मा बनने के योग के बारे में निम्नलिखित बिंदु महत्वपूर्ण हो सकते हैं:ज्योतिष में:ग्रहों की स्थिति:बृहस्पति (जुपिटर):...
क्योंकि मैं मेन मेड गॉड में विस्वास नही रखता पर मै जानता हूं परमात्मा एक ही है उसका प्रतिबिम्ब मैं अपने माता पिता शिक्षक...
शिष्य के कर्तव्य – प्रत्येक शुभ कार्य, महत्वपूर्ण कार्य मे गुरु का आशीर्वाद लेना चाहिए। सद्गुरुं की आज्ञा का पालन सर्वोपरि है। गुरु दर्शन...
जब तक आप कर्म बांधते हैं, तब तक आपके लिए हमेशा पुनर्जन्म है ही। अगर आप को कर्म बंधन होगा तो अगले जन्म में...
तेरे सिवा कोई है ही नही, जिससे तेरी बात कर सकूँ। शायद यही बात रही होगी तभी भक्तों ने तुम्हारे प्रेम को गीत और...
मेरे पिताजी जो कि एक उच्च कोटि के मेरे परिवार में प्रथम संत हुवे है उनका कहना था कि म्रत्यु के बाद सूक्ष्म शरीर...