Guru Ji

सात्विक प्रवृत्ति से आत्मज्ञान की ओर: गुरु के मार्गदर्शन का महत्व

सात्विक प्रकृति और तामसिक प्रवृत्ति में अंतर सात्विक और तामसिक प्रवृत्तियाँ व्यक्ति के मनोवृत्तियों और आचरण से जुड़ी होती हैं। यह गीता, उपनिषद और...

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अनाहद नाद: आत्मा का दिव्य संगीत और परमात्मा से जुड़ने का मार्ग

अनाहद का अर्थ है “अनहद नाद” या “शाश्वत ध्वनि,” जो योग और आध्यात्मिकता में आत्मा के गहन अनुभव से जुड़ा होता है। इसे सुनने...

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आत्मा: भौतिक सुख-दुख से परे शाश्वत सत्य की खोज

आत्मा के संदर्भ में, विभिन्न दार्शनिक और धार्मिक दृष्टिकोण मौजूद हैं। आत्मा को सामान्यतः भौतिक शरीर से अलग और शाश्वत माना जाता है। इसके...

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मनुष्य का चित्त

मनुष्य का चित्त, जो उसके विचारों, भावनाओं और प्रवृत्तियों का केंद्र है, वास्तव में एक ऐसा रणक्षेत्र है जहाँ “सुर” (सद्गुण, प्रकाश, धर्म) और...

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अध्यात्मिक मार्ग का उद्देश्य

अध्यात्मिक मार्ग का उद्देश्य और अनुभव व्यक्ति की आस्था, समझ और साधना पर निर्भर करता है। इस संदर्भ में कुछ मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:...

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सहज ध्यान का अनुभव

सहज ध्यान से व्यक्ति को अपने भीतर की शांति, आनंद और दिव्यता का अनुभव होता है। यह ध्यान प्रक्रिया धीरे-धीरे आत्मा को परमात्मा से...

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