अध्यात्म में मैं में मैं मिल गया और तू में तू तो क्या शेष रहा जो शेष रह गया वह अध्यातमिक।प्रेम की परिकाष्ठा ही...
सोहम ध्यान योग केंद्र” श्यामपुर बस्सी जिला जयपुर में माता-पिता की स्मृति में स्थापित किया गया है, तो यह न केवल एक व्यक्तिगत श्रद्धांजलि...
तेरी दुनिया मे जन्म ले अलग अलग मबजब ओर जात पात नजर आती है किसी को।हेय दृस्टि से तो किसी को प्यार की नजर...
जब भी कोई व्यक्ति भौतिक दुनिया के ऐश आराम मोह, माया और संसार से अपने को समा लेता है उसके लिए आध्यात्मिक जीवन में...
आज मन मे कुछ असंतोष था और मन भी खुश नही था तभी आईने ने कहा क्या सोच रहा है क्यों परेशान है मैंने...
आध्यात्म में जब कोई गुरु शिष्य अपनी शरण में जाता है और वह पात्र होता है तो गुरु सबसे पहले उसके दर्शन में जान...
अध्यात्म में अनाहद नाद और अजपा जाप साधना के उन्नत चरण हैं। जब साधक इन अवस्थाओं का अनुभव करता है, तो उसे शून्यता का...
जब कभी भी मुझे मौका मिलता है तो अपने मन मे झाक लेता हूं जो दिया है गुरु ने उस उनके दिए वचन के...
किसी भी सम्प्रदाय के कोई भी उच्च कोटि के संत की पुण्य तिथि या जनम तिथि पर होने वाले कार्यक्रम पर एक विशेष तरह...
पिताजी का जन्म 12 फरवरी 1916 में रोहतक में हुआ उच्च कुल के होने के कारण परवरिश भी उच्च घराने के माहौल में हुई...