May 27, 2025 लव-कुश और रामायण का उत्तरकांड: एक सांकेतिक अनुशीलन अध्याय है जो बहुत कुछ शिक्षा हमे देता है माता पिता के गुण बच्चो में जन्म जाट होते है दूसरा राज्य वंसज होना तीसरा आध्यात्मिक और संसारिक गुरु भौतिक दुनिया और आध्यात्मिक दुनिया की शिक्षा में परीपक़व्व होना दोंनो तरह की शिक्षा में राम नई जब अश्व मेघ यज्ञ किया विश्क विजेता बनने के लिए तो वह पूर्ण नही थी उन्होंने सीता के जीवित होते उनकी मूर्ति रही जो पूर्ण सजीव नही थी क्योंकि सीता की आत्मा स्वम् में थी जो मूर्ति में प्रेवेश नही कर पाई और साधना अधूरी लव कुश के कारण रही एक अश्व मेघ यज्ञ में परिवार का उपस्तिथ रहना व कर्म।करना जरूरी है राम द्वारा किया अश्वमेध यज्ञ को उनके यशस्वी पुत्र जो पूर्ण रूप से गुरु की शिक्षा व ज्ञान व युद्ध के तरीकों की जानकारी से पूर्ण थे ने जब अश्व कोवनभूमि में रोकते हैं, तब वह केवल एक युद्ध का आह्वान नहीं होता, अपितु धर्म और आत्मबोध की पुकार होती है। लव और कुश—जिनकी वाणी में श्लोक हैं और भुजाओं में वीरता—वे केवल ऋषिकुमार नहीं, सत्य की अग्नि में तपे हुए आत्मबल के प्रतीक हैं। वाल्मीकि आश्रम, जहाँ शब्द ब्रह्म बनते हैं, वहाँ लव-कुश ने न केवल शस्त्र विद्या पाई, बल्कि जीवन के गूढ़ रहस्यों की शिक्षा भी। उनकी... Read More
May 26, 2025 जब हनुमान जी सीता माता से मिलने के बाद लंका में उपद्रव मचाते हैं — अशोक वाटिका उजाड़ देते हैं, राक्षसों को मारते हैं और रावण के पुत्र अक्षयकुमार को भी मार डालते हैं — तब उन्हें पकड़कर रावण के दरबार में लाया जाता है। रावण क्रोधित हो उठता है, पर वध नहीं करता क्योंकि वह उन्हें दूत मानता है। इसलिए किसी भी दूत को मर्त्यु की सजा नही... Read More
May 26, 2025 जीवन की सार्थकता: जब मूल्य, संस्कार और चरित्र साथ हों अगर से संस्कार नही तो जन्म व्यर्थ हैअगर गुण नही तो जीवन व्यर्थ है।अगर सादगी नही तो दिखावा व्यर्थअगर मौत नही तो जन्म व्यर्थ... Read More
May 26, 2025 गुरु: अंधकार से प्रकाश की ओर एक दिव्य सेतु गुरु: अज्ञान से ज्ञान की ओरगुरु शब्द संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है: ‘गु’ (अंधकार) और ‘रु’ (प्रकाश)। अर्थात, गुरु वह है... Read More
May 26, 2025 जब जीवन अनिश्चित है, तब आत्मिक शांति ही मार्ग है “जब जन्म और मरण दोनों ही अनिश्चित हैं…”जीवन और मृत्यु पर किसी का पूर्ण नियंत्रण नहीं है, और ये दोनों ही रहस्य से भरे... Read More
May 26, 2025 शिव, गंगा और जटा: चेतना को धारण करने की दिव्य कला शिवजी की जटाओं में गंगा को समाहित करने की कथा केवल पौराणिक गाथा नहीं है, बल्कि शिवजी की आध्यात्मिक साधना की ऊंचाइयों को दर्शाता... Read More