साधु, संत और मुनि का आचरण पवित्र, संयमित और धर्मपरायण होता है। वे सत्य, अहिंसा, त्याग, और करुणा के मार्ग पर चलते हैं। उनके...
ध्यान समाधि की पराकाष्ठा तब आती है जब साधक पूरी तरह से आत्म-विस्मृति (self-forgetfulness) की अवस्था में पहुँच जाता है, जहाँ मन, बुद्धि और...
साधु, संत और मुनि का आचरण पवित्र, संयमित और धर्मपरायण होता है। वे सत्य, अहिंसा, त्याग, और करुणा के मार्ग पर चलते हैं। उनके...
इस्लाम में पुनर्जन्म की मान्यता नहीं है। इस्लामी मान्यताओं के अनुसार: इंसान को इस दुनिया में अच्छे या बुरे कर्म करने का अवसर दिया...
यह विषय आध्यात्मिकता, दर्शन और धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है। विभिन्न धार्मिक और दार्शनिक परंपराओं में आत्मा के जन्म और कर्मों से संबंधित...
मुरीद को हक़ कहा जो अपने मुर्शिद को।जी भर के देखलेके मुरशीद ही है जो एक तकि लगाए मुरीद को निहारते हैजब तववजुह पूर्ण...
मातृ पितृ स्मृति सोहम ध्यान योग केंद्र, श्यामपुरा, बस्सी, जयपुर में स्थित एक योग और ध्यान केंद्र है। यह केंद्र योग और ध्यान के...
जीवन के अंतिम पड़ाव में, जब व्यक्ति अपने भौतिक जीवन की संध्या में होता है, उसकी परमात्मा के प्रति इच्छाएँ और भी गहरी, परिपक्व...
नास्तिक (Atheist) और आस्तिक (Theist) का आधार मुख्य रूप से ईश्वर, आत्मा, और अलौकिक शक्तियों पर विश्वास या अविश्वास पर निर्भर करता है। आस्तिक...
सूफी का आध्यात्मिक अर्थ गहरे आत्मिक अनुभव, प्रेम और ईश्वर के साथ एकत्व की भावना से जुड़ा हुआ है। सूफीवाद इस्लामी रहस्यवाद (Mysticism) की...