Guru Ji

मेरी सोच मेरे कर्म मेरे विचार

आज अचानक ही ख्याल आया की दुनिया का सफर तो परिवार के साथ होता है परिवर्तन जब आता  है जब आध्यत्मिक गुरु मिल कुछ आध्यात्मिक ज्ञान...

Read More

साधक

जरूरी नही की साधक हर रोज ध्यान करे बल्कि गुरु की मेहर  ऐसी होनी चाहिए कि नियमित उसका ध्यान होता रहे जब साधक को...

Read More

जब भी अकेला बैठता हु

जब भी अकेला बैठता हु  तो एक अजीब सी गंध जो फूलो की नही नहीं किसी इत्र की होती है  उसका अहसास मुझे होता है...

Read More

मौलाना रूम कहते हैं

मौलाना रूम कहते हैं आं बादशाहे-आलम दर बस्ता बूद महकम…….पोशीद दलक-आदम यअमी कि बर दर आमद!!! अनुवाद – “शहंशाहों के शहंशाह ने शरीर के...

Read More

मा पिता का घर

बेटे बेटी के लिए मा पिता का घर शिष्य के लिए गुरु का दर ये दोनों ऐसी जगह है जहाँ अवगुणों को दूर कर ...

Read More

हा मैं पिता हु

हा मैं पिता हु तो जीता हु ओर जीने के लिए मैं पिता हु पर क्या पिता हु ये बताना जरूरी है जी मैं ...

Read More

इंसान की चाहत

इंसान की चाहत तो मन को सकून  मिलने की होती है ये सकून चाहे गुरु से मिले या मंदिर या गुरुद्वारे में या मस्जिद...

Read More