आज अचानक ही ख्याल आया की दुनिया का सफर तो परिवार के साथ होता है परिवर्तन जब आता है जब आध्यत्मिक गुरु मिल कुछ आध्यात्मिक ज्ञान...
जरूरी नही की साधक हर रोज ध्यान करे बल्कि गुरु की मेहर ऐसी होनी चाहिए कि नियमित उसका ध्यान होता रहे जब साधक को...
चलो इस आध्यात्मिक दुनिया में कुछ देर ध्यान में सो लेते है जब वो जगायेगा तो जाग जाऊंगा फिर दुनियादारी के काम मे खो...
जब भी अकेला बैठता हु तो एक अजीब सी गंध जो फूलो की नही नहीं किसी इत्र की होती है उसका अहसास मुझे होता है...
राम सन्देश : जनवरी ,1991. अहंकार त्यागें : दीनता ग्रहण करें ...
जिसे तेरी तलाश है इस जहा मे वो निकल पड़े मंजिलपर उसे मंजिल तो कभी न कभी मिल ही जाएगी क्योकि तलाश हमे उसकि...
मौलाना रूम कहते हैं आं बादशाहे-आलम दर बस्ता बूद महकम…….पोशीद दलक-आदम यअमी कि बर दर आमद!!! अनुवाद – “शहंशाहों के शहंशाह ने शरीर के...
बेटे बेटी के लिए मा पिता का घर शिष्य के लिए गुरु का दर ये दोनों ऐसी जगह है जहाँ अवगुणों को दूर कर ...
हा मैं पिता हु तो जीता हु ओर जीने के लिए मैं पिता हु पर क्या पिता हु ये बताना जरूरी है जी मैं ...
इंसान की चाहत तो मन को सकून मिलने की होती है ये सकून चाहे गुरु से मिले या मंदिर या गुरुद्वारे में या मस्जिद...