“जब जन्म और मरण दोनों ही अनिश्चित हैं…”जीवन और मृत्यु पर किसी का पूर्ण नियंत्रण नहीं है, और ये दोनों ही रहस्य से भरे...
शिवजी की जटाओं में गंगा को समाहित करने की कथा केवल पौराणिक गाथा नहीं है, बल्कि शिवजी की आध्यात्मिक साधना की ऊंचाइयों को दर्शाता...
**गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः।गुरु साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥ **इस मंत्र में गुरु को साक्षात् परम ब्रह्म कहा गया है, जो शिष्य...
आत्मिक विश्वास या ईश्वर में भरोसा जरूरी नहीं कि किसी धोखे की उपज हो। यह चेतना की एक दिशा भी हो सकता है —...
शिव की जटाएं यह दर्शाती हैं कि उन्होंने अपनी जीवन ऊर्जा को भीतर की ओर मोड़ा है (उर्ध्वगामी ऊर्जा)।जब गंगा उनकी जटाओं में आती...
कर्म, धर्म और गृहस्थ जीवन का हिंदू दर्शन में विशेष महत्व है, क्योंकि ये तीनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हैं और जीवन के...
रहीम दास (अब्दुर्रहीम ख़ान-ए-ख़ाना) एक सूफी कवि थे, जिनके दोहों में सूफी मत और भक्ति मार्ग का गहरा प्रभाव दिखता है। उनके दोहे प्रेम,...
सूफी मत में प्रेम (इश्क) आध्यात्मिकता का मूल आधार है, जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का सबसे शक्तिशाली और प वित्र मार्ग माना...