Guru Ji

“न तिथिर्न च कालो नायनयोः विचारः।कर्मणा हि नरो गच्छति मोक्षममोक्षम्॥” हिंदी अर्थ:“न तो तिथि निर्णायक है, न काल विशेष, न उत्तरायण-दक्षिणायन का विचार।मनुष्य अपने...

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सच्ची आध्यात्मिकता: आत्मशुद्धि से मोक्ष तक की यात्रा

सच्चा शिष्य और आध्यात्मिकता का शिखर आध्यात्मिकता कोई वस्तु नहीं जिसे बाहरी पूजा-पाठ या दिखावे से पाया जा सके। यह तो एक भीतरी यात्रा...

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आज जब उठा और मुह को धोने के लिए जैसे ही वाशवेसन के पास गया और मुह को धोने लगा ओर आईने की।ओर पलक...

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एक रोज जब गुरु देव के चरणोंमैं बैठ कर भक्ति कर दिखावा कररहा था तभी गुरु देव ने मुझेघूर कर देखाओर बोले ले ये...

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