“अर्जुन कृष्ण को क्यों प्रिय था, और कृष्ण अर्जुन पर क्यों फिदा थे?”इसका उत्तर केवल युद्ध या रिश्ते की सतह तक सीमित नहीं, बल्कि...
“न तिथिर्न च कालो नायनयोः विचारः।कर्मणा हि नरो गच्छति मोक्षममोक्षम्॥” हिंदी अर्थ:“न तो तिथि निर्णायक है, न काल विशेष, न उत्तरायण-दक्षिणायन का विचार।मनुष्य अपने...
आज जब उठा और मुह को धोने के लिए जैसे ही वाशवेसन के पास गया और मुह को धोने लगा ओर आईने की।ओर पलक...
एक रोज जब गुरु देव के चरणोंमैं बैठ कर भक्ति कर दिखावा कररहा था तभी गुरु देव ने मुझेघूर कर देखाओर बोले ले ये...
गंगा किनारे एक तपस्वी गुरु अपने शिष्य के साथ बैठे थे। शिष्य वर्षों से साधना कर रहा था, पर भीतर संतोष नहीं था। शिष्य:...
सच्चा शिष्य और आध्यात्मिकता का शिखर आध्यात्मिकता कोई वस्तु नहीं जिसे बाहरी पूजा-पाठ या दिखावे से पाया जा सके। यह तो एक भीतरी यात्रा...
पिताजी साहब यू तो बहुत कम।लोगो को दिक्सित कर अपनी शरण मे लेते थे उ का कहना था कि पहले कुछ नेक संस्कार शिष्य...
किसी भी इंसान की जब म्रत्यु होती है तो उसकी आत्मा की दो तरह की स्तिथि हो सकती है एक तो स्वम् से संतुष्ट...
आज जब उठा और मुह को धोने के लिए जैसे ही वाशवेसन के पास गया और मुह को धोने लगा ओर आईने की।ओर पलक...
एक रोज जब गुरु देव के चरणोंमैं बैठ कर भक्ति कर दिखावा कररहा था तभी गुरु देव ने मुझेघूर कर देखाओर बोले ले ये...