जब पहली बार अनंत की मम्मी पिताजी से मिलनेआई तो।पिताजी की शक्ल।को देख कर उनकी आंखों से आसुओ की धारा बहने लगी व अपने...
योग साधना में जब हम किसी योगी की साधरण अवस्था या साधना करते हुवे उसकी नाक के पास अपना हाथ स्पर्श करते है तो...
अनाहद नाद और आकाश तत्व का आध्यात्मिक जीवन में गहरा संबंध है, क्योंकि दोनों सूक्ष्म चेतना, आत्मिक जागृति और परम सत्य से जुड़े हैं।...
भगवद्गीता से सन्दर्भ सिद्ध अवस्था और एकत्व का अनुभव उस व्यक्ति को होता है जो वैराग्य की स्तिथि मे श्लोकसर्वभूतस्थमात्मानं सर्वभूतानि चात्मनि।ईक्षते योगयुक्तात्मा सर्वत्र...
लव-कुश और रामायण का उत्तरकांड: एक सांकेतिक अनुशीलन अध्याय है जो बहुत कुछ शिक्षा हमे देता है माता पिता के गुण बच्चो में जन्म...
वाल्मीकि आश्रम, जहाँ शब्द ब्रह्म बनते हैं, वहाँ लव-कुश ने न केवल शस्त्र विद्या पाई, बल्कि जीवन के गूढ़ रहस्यों की शिक्षा भी। उनकी...
रावण क्रोधित हो उठता है, पर वध नहीं करता क्योंकि वह उन्हें दूत मानता है। इसलिए किसी भी दूत को मर्त्यु की सजा नही...
अगर से संस्कार नही तो जन्म व्यर्थ हैअगर गुण नही तो जीवन व्यर्थ है।अगर सादगी नही तो दिखावा व्यर्थअगर मौत नही तो जन्म व्यर्थ...
गुरु: अज्ञान से ज्ञान की ओरगुरु शब्द संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है: ‘गु’ (अंधकार) और ‘रु’ (प्रकाश)। अर्थात, गुरु वह है...