गुरु और शिष्य का संबंध एक गहरे विश्वास और निष्ठा पर आधारित होता है। गुरु शिष्य को अज्ञान से ज्ञान की ओर, अंधकार से...
जिस वक्त हमारे अन्दर कोई भी विकार जन्म ले लेता है और हम।उस विकार को सोच उसमे लय हो उसमे रम जाते है जैसे...
इसे बाहर का ज्ञान भी कहा जाता है। यह वह ज्ञान है जो व्यक्ति अपने इंद्रियों और बाहरी अनुभवों से प्राप्त करता है। इसका...
विलायत की कसौटी गद्दी नही है, ब्लकि विलायत की कसौटी किसी के कल्ब यानि हृदय के रुख को अल्लाह यानि ईश्वर की ओर मोड़...
जीवन की सांस के अंतिम क्षण तक गुरु को दिल मे बसा के देखो अगर बस गए तो अनाहद भी शुरू होंजायेगा जब निकले...
संत के गुण और आचरण अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि वे न केवल आत्म-उत्थान की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं, बल्कि समाज को भी...
हजरत अबुल हसन नूरी (रह०) फरमाते हैं कि सूफ़ी ला यमलक वला युमलक यानि सूफी वोह है जो न तो किसी के कब्ज़े में...
जो व्यक्ति अध्यात्म के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित है और उसको ईश्वर के अस्तित्व का आभास हो गया उसका मन सब सुख दुख...
अगर है उस पर भरोसा तो अपने को उसके संग जोड़ के देखो मिट जाएगी नफरत ओर मोह से छुटकारा मिल जाएगा क्योंकि उस...
मन मे अगर कोई दोष नही तो कुछ सोचने की जरूरत नही बस अपना दिल साफ और नियत नेक हो तो उसे पाना मुश्किल...