अद्यतमिक दुनिया मे गुरु और शिष्य का साथ जन्म।जन्मों से चला आ रहा है और जब जन शिष्य जन्म लेता है तो गुरु देव...
अजपा जाप एक आध्यात्मिक साधना है जिसमें मंत्र का जाप बिना सचेत प्रयास के, स्वाभाविक रूप से होता है। “जप” का अर्थ है मंत्र...
वाल्मीकि आश्रम, जहाँ शब्द ब्रह्म बनते हैं, वहाँ लव-कुश ने न केवल शस्त्र विद्या पाई, बल्कि जीवन के गूढ़ रहस्यों की शिक्षा भी। उनकी...
रावण क्रोधित हो उठता है, पर वध नहीं करता क्योंकि वह उन्हें दूत मानता है। इसलिए किसी भी दूत को मर्त्यु की सजा नही...
**गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः।गुरु साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥ **इस मंत्र में गुरु को साक्षात् परम ब्रह्म कहा गया है, जो शिष्य...
आत्मिक विश्वास या ईश्वर में भरोसा जरूरी नहीं कि किसी धोखे की उपज हो। यह चेतना की एक दिशा भी हो सकता है —...
शिव की जटाएं यह दर्शाती हैं कि उन्होंने अपनी जीवन ऊर्जा को भीतर की ओर मोड़ा है (उर्ध्वगामी ऊर्जा)।जब गंगा उनकी जटाओं में आती...