Vachan

निवृत्ति और मोक्ष: दो अवस्थाओं का मूलभूत अंतर

निवृत्ति और मोक्ष के बीच मुख्य अंतर इस प्रकार है:निवृत्ति: यह संसारिक बंधनों, तसेही इच्छाओं, और कर्मों के प्रवाह से विराम की स्थिति है।...

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प्राण प्रतिष्ठा: जब मूर्ति बनती है चेतना और दिव्य ऊर्जा का माध्यम

मूर्तियों में संत लोग अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा और संकल्प के द्वारा प्राण भरते हैं, इसे प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। यह प्रक्रिया मंत्रों का जाप,...

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संत का तत्वज्ञान: शिष्य के जीवन में जागृति और दिव्य परिवर्तन

संत द्वारा तत्वज्ञान दिए जाने से शिष्य में गहरे आध्यात्मिक और मानसिक बदलाव होते हैं। तत्वज्ञान शिष्य को आत्म-ज्ञान, मन की शुद्धि और वास्तविकता...

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जन्म–मरण के चक्र से परम मुक्ति: आत्मजागृति का रहस्य

-काल रहस्य और उससेसंबंधित चक्र से मुक्ति के विषय में भारत के आध्यात्मिक और योगिक सन्दर्भों में गहरा रहस्य है। काल को जन्म-मरण के...

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चिदाकाश का दिव्य मार्ग: सच्चे गुरु की कृपा और साधना का विज्ञान

चिदाकाश अनुभव करवा सकने वाला गुरु वह होता है जो सच्चा, अनुभवी और सिद्ध आध्यात्मिक गुरु हो। ऐसे गुरु के निम्न गुण होते हैं:गुरु...

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