दिनांक:: ०७ दिसम्बर २०२२ ** क्या है हमारी “हैसियत” या “औकात”?** (अंक-३) परम पूज्य श्री सद्गुरूदेव भगवान जी की असीम कृपा और उनके अमोघ...
पूज्य गुरुदेव ध्यान धारणा और समाधि के बारे में समझते हुए कहते हैं के ध्यान एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका अभ्यास होने पर व्यक्ति...
अगर न होता एहसास की कांटो की चुभन ऐसी होती है तो फूलो पे चलने का पता कैसे होता
परमात्मने नमो नम:* यू तो दुनिया मे गुरु के चाहने वाले हजारों होते है पर वो बहुत कम होते है जिन्हें गुरु चाहते है
दिनांक:: १८ नवम्बर २०२२ ** क्या है पूजा? ** परम पूज्य श्रीसद्गुरुदेव भगवान जी की असीम कृपा और उनके अमोघ आशीर्वाद से प्राप्त सुबोध...
शरीर तीन प्रकार के होते हैं- मनुष्य का शरीर जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश इन पांच तत्वों से निर्मित होता है। मृत्यु के...
वैदिक दृष्टि के अनुसार मृत्यु के पश्चात भी न मरने वाला सूक्ष्म शरीर पांच ज्ञानेन्द्रियों, पांच कर्मेंद्रियों, पांच प्राण, एक मन और एक बुद्धि...
आपने अकाट्य सच लिखा है एक गुरु के पास गुरु का आशीर्वाद ओर स्वम् का भक्ति का योग होता है जो वास्तव में गुरु...
गुरुदेव कहते है के गुरु के लिए एक बड़ी विडंबना है के शिष्य यह नहीं जान पाता के गुरु ने उसके जीवन में से...
#महामृत्यु_मंत्र_का_जाप अकाल मृत्यु, महारोग, धन हानि, गृह कलेश, गृह बाधा, ग्रह पीड़ा, सजा का भय, प्रॉपर्टी विवाद, समस्त पापों से मुक्ति आदि जैसी स्थितियों...