मिलते न अगर तुम तो हमबेगाने की तरह रहतेजीते अनजान बन के कोईमददगार न मिलतेआये जब से तुम इस जीवन मेबहार आगई हैजीवन जीने...
आत्मा और भौतिक शरीर का संबंध भारतीय दर्शन, विशेषकर वेदांत, सांख्य और भगवद गीता जैसे ग्रंथों में विस्तार से समझाया गया है। इस संबंध...
हनुमान जी द्वारा अपनी पूंछ से लंका जलाने की घटना रामायण में एक महत्वपूर्ण और प्रतीकात्मक प्रसंग है, जिसका आध्यात्मिक रहस्य गहरा है। इसे...
तीन भुवन (3 Bhavan / Trilok): इसमें उच्च लोक (उपरी 7 लोक) आते हैं जैसे: सत्यलोक, तपलोक, जनलोक, महरलोक, स्वर्लोक, भुवर्लोक, भूर्लोक मुख्यतः भूर्लोक...
जब शिष्य की गुरु के प्रति दीवानगी इतनी प्रबल होती है कि गुरु भी उस पर मोहित हो जाता है, तो फिर शिष्य कैसे...
राधा और कृष्ण का आध्यात्मिक रिश्ता, जो रुक्मिणी को पसंद नहीं था — इस पर दृष्टि डालने के लिए हमें प्रेम, भक्ति, और ईश्वर...
“अर्जुन कृष्ण को क्यों प्रिय था, और कृष्ण अर्जुन पर क्यों फिदा थे?”इसका उत्तर केवल युद्ध या रिश्ते की सतह तक सीमित नहीं, बल्कि...
“न तिथिर्न च कालो नायनयोः विचारः।कर्मणा हि नरो गच्छति मोक्षममोक्षम्॥” हिंदी अर्थ:“न तो तिथि निर्णायक है, न काल विशेष, न उत्तरायण-दक्षिणायन का विचार।मनुष्य अपने...
आज जब उठा और मुह को धोने के लिए जैसे ही वाशवेसन के पास गया और मुह को धोने लगा ओर आईने की।ओर पलक...